तापमान के बढ़ते ही, मच्छर मचा देते हैं कोहराम! आईए जानते हैं इसके लक्षण और बचाव

गर्मियां आते ही मच्छर अपना काम शुरू कर देते हैं। यही मच्छर हमें गंभीर बीमारियों का शिकार बना देते हैं। इनमें से एक बीमारी ऐसी है जो हमें मौत के घाट तक पहुंचा देती है। भले ही इसका प्रभाव कम हो लेकिन पर्यावरण बदलने के कारण जहां तक उनकी पहुंच नहीं थी अब वहां भी हो गई है। हालांकि मलेरिया से बचने के लिए कई सारे प्रयास किया जा रहे हैं और उनमें से काफी हद तक सफलता ही मिली है। यह बीमारी शहरीकरण और सैम क्षेत्र के बढ़ाने की वजह से भी फैल रही है। इन क्षेत्रों में सफाई कम होने के कारण और पानी भी कहीं-कहीं रुक जाता है इन्हीं कर्म से अधिक मच्छर पनप जाते हैं।

काफी खतरनाक साबित हो सकती है मलेरिया की बीमारी-

मादा (एनोफिलिस) मच्छर से फैलने वाली बीमारी है मलेरिया। यह बहुत ही खतरनाक और जानलेवा साबित हो सकती है। ज्यादातर लोग उपचार के बाद मलेरिया के लक्षणों से जल्दी निजात पा जाते हैं। लेकिन ध्यान रहे इसमें लापरवाही किए बिना जल्द ही इलाज करना चाहिए नहीं तो मलेरिया एनीमिया, सेरेब्रल मलेरिया, कोमा या मृत्यु तक भी पहुंचा सकती है। आपको बताना चाहेंगे कि प्लाज़्मोडियम फाल्सीपेरम के कारण भी अधिक लोग खत्म होते हैं। सभी मलेरिया प्रजातियों में प्लाज़्मोडियम विवैक्स सबसे व्यापक है।

लक्षणों पर ध्यान रखना है जरूरी-

मानव शरीर में एंट्री करते ही एनोफिलिस यकृत मतलब लिवर में गुणात्मक रूप से बढ़ जाते हैं और फिर लाल रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करके बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द एवं थकान जैसी बीमारियों का शिकार बनाते हैं।

कैसे करें बचाव-

1) मलेरिया के लक्षण दिखने पर डॉक्टर को तुरंत दिखाएं।

2) डॉक्टर के सुझाव के अनुसार मलेरिया की दवाइयां को समय पर ले। बीच में दवाइयां बंद ना करें।

3) मच्छरदानी को यूज़ में लाएं।

4) सोने की जगह पर कीटनाशक को छिड़क कर ही सोए।

5) अपने आसपास पानी को ना इकट्ठा होने दें।

6) पानी को ढक कर रखें।

7) कूड़ेदान में हमेशा ढक्कन लगा कर रखे कभी उसे खुला ना छोड़े।

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